क्या आप “आदिवासी का अर्थ – Tribes Meaning In Hindi / Adivasi Ka Arth Kya Hota Hai?” जानना चाहते हैं? हाँ में जवाब है तो आप बिल्कुल सही ब्लॉग पर आए हैं क्योंकि यहाँ आप पढ़ेंगे Adivasi Ka Arth Kya hai आसान भाषा में परफेक्ट जानकारी, तो इस आर्टिकल को आगे पूरी ध्यान से अंत तक पढ़िये और नीचे कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया देना तो बिल्कुल नही भूलियेगा। आगे वीडियो देखिये और आर्टिकल पढ़िए Adivasi Ka Arth Kya hai:-
आदिवासी का अर्थ क्या होता हैं?
Adivasi Ka Arth Kya Hota Hai? Adivasi Meaning In Hindi, Tribes Meaning In Hindi.
आदिवासी शब्द दो शब्दों आदि और वासी से मिलकर बना है। आदि का शाब्दिक अर्थ प्रारम्भ या शुरू होता है एवं वासी का अर्थ निवास करने वाला होता हैं, अर्थात् जो प्रारम्भ या शुरू से निवास करता हो, अर्थात Adivasi Ka Arth – आदिवासी का शाब्दिक अर्थ “मूलवासी” होता हैं।
Aboriginal Meaning In Hindi – आदिवासी Aboriginal (एबोरिजिनल) शब्द का हिन्दी अनुवाद है जिसका प्रयोग – “किसी भौगोलिक क्षेत्र के उन निवासियों के लिए किया जाता है जिसका उस भौगोलिक क्षेत्र से पुराना सम्बन्ध हो। अर्थात् यह कहा जाता है कि आदिवासी ही किसी देश के मूलवासी होते हैं।”
Tribal Hindi Meaning – सन 1943 में मानव विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए सुपरिचित वेरियर एल्विन (Veriar Elwin) के शब्द में – “आदिवासी भारत वर्ष की वास्तविक स्वदेशी उपज है जिनकी उपस्थिति में प्रत्येक व्यक्ति विदेशी है । ये वे प्राचीन लोग हैं जिनके नैतिक अधिकार और दावे हजारों वर्ष पुराने हैं।” एल्विन की इसी आदिवासी अवधारणा को संविधान सभा में रखा गया। इन्होंने आदिवासी क्षेत्रे को ‘राष्ट्रीय उपवन‘ घोषित करने पर जोर दिया।
Tribes Meaning In Hindi – अतः आदिवासी शब्द का शाब्दिक अर्थ – “किसी भौगोलिक क्षेत्र में प्रारंभ से वास करने वाला समुदाय आदिवासी हैं अर्थात Adivasi Ka Arth: उस भगोलिक क्षेत्र के मूलवासी हैं”
आदिवासी का संवैधानिक नाम
भारत में आदिवासी समुदाय का संवैधानिक नाम (Constitutional Name Of Tribal Community) – अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes) हैं। जिसे संक्षिप्त में अ.ज.जा. या ST बोला जाता हैं।
संविधान सभा के सामने सबसे बड़ी समस्या नामकरण की तब आयी जब विशेष प्रावधान देने की चर्चा उठी। इस सभा के विवादों में ठक्कर बापा और जयपाल सिंह के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। ठक्कर बापा आदिम समाज के सेवक थे। वे जनजातियों को आदिवासी नाम से पुकारते थे। संविधान सभा में जयपाल सिंह ने बड़ी ताकत के साथ यह पैरवी की कि संविधान में अनुसूचित जनजातियों के स्थान पर आदिवासी शब्द का प्रयोग होना चाहिए। इस विवाद के परिणामस्वरूप संविधान के मूल अंग्रेज़ी रूप में आदिवासी शब्द का प्रयोग तो नहीं हुआ, किन्तु रूपान्तर में इस शब्द को अपना लिया गया। भारत सरकार द्वारा 1955 में प्रकाशित पुस्तक का शीर्षक आदिवासी (हिन्दी और English) हैं।
Adhivasi Meaning In Hindi – Tribes Meaning In Hindi – भारत में Honourable Supreme Court Of India (भारत का सर्वोच्च न्यायालय) के 2011 में Kailas & Others -versus- State of Maharashtra TR Judgment में लिखा हैं:- “The tribal people (Scheduled Tribes or Adivasis), who are probably the descendants of the original inhabitants of India, but now constitute only about 8% of our total population” अनुवाद – “आदिवासी लोग (अनुसूचित जनजाति या आदिवासी), जो संभवतः भारत के मूल निवासियों के वंशज हैं, लेकिन अब हमारी कुल आबादी का केवल 8% हैं”
अनुसूचित जनजातियाँ (Scheduled Tribes)
भारत के संविधान के अनुच्छेद 366 (25) में अनुसूचित जनजातियों (Scheduled Tribes) का उल्लेख उन समुदायों के रुप में किया गया है जो संविधान के अनुच्छेद 342 के अनुसार अनुसूचित हैं। इस अनुच्छेद में यह कहा गया है कि केवल वे समुदाय जिन्हें राष्ट्रपति द्वारा प्रारंभिक लोक अधिसूचना के जरिए अथवा संसद के अधिनियम में अनुवर्ती संशोधन के जरिए इस प्रकार घोषित किया गया है, को अनुसूचित जनजाति माने जाएंगे।
इस पुस्तक को आपको पढ़ना चाहिए
BooK: संविधान-सभा में जयपाल: कॉलोनियल रिबेट, फ्यूडल डिबेट और आदिवासी आखेट
यह पुस्तक हमें एक प्रभावशाली और दूरदर्शी आदिवासी राजनेता के विचार से परिचित कराती है जिसे गांधी, नेहरू, जिन्ना और अम्बेडकर की तुलना में कभी याद नहीं किया गया। उस दूरदर्शी आदिवासी दार्शनिक और राजनीतिज्ञ का नाम जयपाल सिंह मुंडा है। हमारे तथाकथित ‘राष्ट्रपिता’, ‘राष्ट्र-निर्माता’ और ‘दलितों के बाबा साहब’ भारत में आदिवासी मुद्दों और प्रतिनिधित्व पर कितने गंभीर थे, यह हम जयपाल सिंह मुंडा के बयानों से पाते हैं जो उन्होंने भारत में दिए थे। संविधान सभा की बहस चली। यह पहली किताब है जो हमें बताती है कि कैसे संविधान सभा के 300 ‘माननीय’ सदस्यों ने एक साथ ‘आदिवासी स्वायत्तता’ का अपहरण कर लिया है। इसके खिलाफ, जयपाल सिंह मुंडा ने संविधान सभा के भीतर एक राजनीतिक लड़ाई लड़ी और भारतीय राजनीति में आदिवासीवाद की स्थापना की। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
FAQ:-
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भारत में आदिवासी कितने प्रतिशत है?
जनगणना 2011, के अनुसार भारत में आदिवासी की प्रतिशत जनसंख्या देश की कुल जनसंख्या का 8.6 प्रतिशत है तथा कुल ग्रामीण जनसंख्या का 11.3 प्रतिशत है। आदिवासी के पुरूषों की जनसंख्या 5.25 करोड़ तथा आदिवासी महिलाओं की जनसंख्या 5.20 करोड़ है।
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आदिवासियों का धर्म क्या है?
भारत में आदिवासी समुदाय किसी लिखित धर्मग्रंथ के अनुसार किसी धर्म का पालन नही करते हैं। आदिवासी समुदाय प्रकृति को मानते हैं।
Adhivasi Meaning In Hindi – Tribes Meaning In Hindi – Tribal Hindi Meaning.दोस्तों, आशा हैं आप आदिवासी शब्द का शाब्दिक अर्थ – “किसी भौगोलिक क्षेत्र में प्रारंभ से वास करने वाला समुदाय आदिवासी हैं अर्थात Adivasi Ka Arth Kya hai – उस भगोलिक क्षेत्र के मूलवासी हैं” समझ गए होंगे। इस आर्टिकल को व्हाट्सएप, फेसबुक पर अपने दोस्तों-परिचितों के साथ शेयर करे और नीचे कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे। जय जोहार
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Aadivasi hamari pahchan he
Bahut achhi jankari mili
Thanks