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मन मे जज्बा हो तो आदमी कुछ भी कर सकता है – राजकुमार विश्वकर्मा प्रेरणादायक कहानी

Prernadayak Kahani – Inspirational Story In Hindi

दोस्तों, मन मे जज्बा हो तो आदमी कुछ भी कर सकता है, बशर्ते उसे अपने आप से हार नही मारना चाहिए। आपको लगातार कोशिश करती रहनी चाहिए जब तक की मंजिल मिल ना जाये। आज आप इस आर्टिकल में एक ऐसे जबरदस्त उत्साहपूर्ण प्रेरणादायक कहानी (Prernadayak Kahani) पढ़ने वाले हैं जो आपके दिमाग के बाती जला देगा। मंजिल को पाने के लिए कितनी संघर्ष करनी पड़ी और ठोकरे खानी पड़ी लेकिन हार नही मने। अंत मे मंजिल मिल ही गई। तो आप इस आर्टिकल को एक बार ध्यान से अंत तक पढ़ें।

राजकुमार विश्वकर्मा प्रेरणादायक कहानी – Rajakumar Vishvakarma Preranadayak kahani

मैं राजकुमार विश्वकर्मा (सहायक लोको पायलट भारतीय रेलवे Assistant Loco Pilot Indian Railway) मेरा जन्म जौनपुर जिले के मछलीशहर तहसील के सुजानगंज ब्लॉक के अचकारी गाँव मे हुआ हैं और मेरी प्रारंभिक शिक्षा गाव के ही सरकारी स्कूल में हुई। बाद में हाईस्कूल की परीक्षा श्री स्वामी कृष्णानंद इंटर कॉलेज बेलवार (Sri Swami Krishnanand Inter College, Belwar) में हुई। उसके बाद मैंने गांधी पॉलिटेक्निक मुजफ्फरनगर (Gandhi Polytechnic Muzaffarnagar) से 2014 में Mechanical Engineering (Production) से डिप्लोमा पास किया।

राजकुमार विश्वकर्मा प्रेरणादायक कहानी
राजकुमार विश्वकर्मा प्रेरणादायक कहानी

उसके बाद मैंने प्राइवेट जॉब के लिए हरिद्वार निकल गया। वहा सिडकुल की सड़कों पर अपने दोस्तों राम अवध सुमित चौरसिया के साथ काफी घूमने के बाद एक कंसल्टेंसी को आधा वेतन देने के बाद 6300 रु. मासिक वेतन पर जॉब मिली। यकीनन वो मेरे जीवन का पहला अनुभव था। किसी नौकरी कों पाने के लिए पढ़ाई के दौरान मैंने सोचा नही था कि इतनी मसक्कत करनी पड़ती है।

फिर जैसे तैसे मैने 3 महीने हरिद्वार में Anchor Health & Beauty Care Pvt Ltd. में जॉब करने के बाद Motherson Sumi Systems Limited, Faridabad में जॉइन किया और वहां पर 1 साल तक काम किया फिर उसके बाद कंपनी ने अप्रेंटिस पूरा होने के बाद निकाल दिया।

हम फिर पहले जैसे स्थिति में आ गए। हालाकिं एक साल का अनुभव था, लेकिन वो किसी काम का नही था। फिर शुरू हुआ कंपनी तलाशने का दौर Consultancy को पकड़ने का दौर मेरी एक सलाह है कि अगर आप दिल्ली में रहे है तो कभी भी consultancy वालो को पैसा ना दे। मेरे काफी पैसे गए लेकिन जॉब नही मिली।

फिर मेरे एक जानकार ने मेरी जॉब Minda Vast Pvt Ltd. मानेसर में जॉब लगवाई। वहां मैने 50 दिन तक काम किया। फिर वहां से छोड़ने के बाद Sanden Vikas Pvt Ltd, Faridabad Haryana में 20 दिन तक जॉब किया। उसके बाद मैंने 8 फरवरी 2016 को मानेसर में Subros Limited में 6 महीने तक जॉब किया। फिर वहां से छोड़ के Noida में Cyient Limited में जॉब किया और सोचा कि अब इसी में करना हैं। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। मेरे बीमार हो गया और मेरी जॉब वहां से भी छूट गयी। मैं घर आ गया और 4 महीने घर पर रह गया। मैन अपने जीवन मे बहुत सारी कंपनी को पकड़ा छोड़ा, जो की मेरे जीवन की बड़ी गलती थी। अगर आप निजी सेक्टर में काम कर रहे हैं तो ये गलती न करे।

फिर मैं सितंबर 2017 में अपने पिताजी के पास बेलगाम कर्नाटक आ गया और वह Aequs Engineered Plastic Pvt Limited में 20 महीने काम किया। जब तक की मेरी RRB Group D की Central Railway से जोइनिंग नही आ गयी। ये 20 महीने बहुत महत्वपूर्ण रहे क्योकि 10 घंटे जॉब करने का बाद changing shifts में पढ़ाई आसान नही रहती हैं और तब जब आपको पढ़ाई छोड़े 3 साल के ऊपर हो गए हो लेकिन मन मे जज्बा हो तो आदमी कुछ भी कर सकता है, बशर्ते उसे अपने आप से हार नही मारना चाहिए।

आपको लगातार कोशिश करती रहनी चाहिए जब तक की मंजिल मिल ना जाये। इस दौरान कई नकारात्मक खयाल दिमाग मे आये। क्या मैं उन बच्चों से मुकाबला कर पाऊंगा, जो इलाहाबाद और पटना जैसे शहरों में रहके तैयारी कर रहे है। फिर मन में एक ही ख्याल आता रहा, करने के लिए बस एक बहाना ही काफी है।

और मेहनत करता रह गया और मेरे Exam के 4 पेपर रिजल्ट निकला – RRB Je & DRDO का Mains में नही हुआ, हालांकि कोशिश तो पूरी रही। लेकिन 2 exams में अंतिम जोइनिंग मिली। पहले मैंने Central Railway Pune Divisions में Pointsman के रूप में दो महीने काम किया। उसके बाद RRB ALP Secunderabad में November 2019 में जॉइन किया।

तब से मैं अपनी सेवाएं यही दे रहा हूं। अन्त में मैं यही कहना चाहुगा की आदमी को हार नही मानना चाहिये कोशिश करती रहनी चाहिये।

दोस्तों, फिर मिलेंगे एक नय जबरदस्त उत्साह पूर्ण प्रेरणादायक कहानी (Prernadayak Kahani – Inspirational Story In Hindi) के साथ तब तक इस कहानी को पढ़ कर आपको थोड़ा भी प्रेरणा और उत्साह मिली हो तो इसे फेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर करें और नीचे कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया भी जरूर दे। धन्यवाद

Satish
Satish
सतीश कुमार शर्मा ApnaLohara.Com नेटवर्क के संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ हैं। वह एक आदिवासी, भारतीय लोहार, लेखक, ब्लॉगर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
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